स्वतंत्रता दिवस का महत्वपूर्ण आयोजन राष्ट्रीय झंडा फहराने की विशेष महत्वपूर्णता देता है, जिसे राष्ट्रीय तिरंगा के रूप में जाना जाता है। प्रधानमंत्री द्वारा लालकिला से झंडा फहराने का आयोजन होता है और देशभर में यहाँ तक कि स्कूल और कॉलेजों में भी तिरंगा फहराया जाता है।
“स्वतंत्रता दिवस” के अवसर पर अद्वितीय भाषण, उत्सवपूर्ण समारोह, और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान आदर्शों का सम्मान करने के साथ-साथ एक और महत्वपूर्ण तरीका है जिससे हम अपने राष्ट्रीय भावनाओं को प्रकट करते हैं – “स्वतंत्रता दिवस नारे।” ये स्लोगन हमारी राष्ट्रीयता, गर्व, और आज़ादी के आदर्शों को उजागर करने का एक उत्कृष्ट माध्यम होते हैं।
इस प्रकार, “स्वतंत्रता दिवस नारे ” हमें हमारी आज़ादी की महत्वपूर्णता को याद दिलाते हैं और हमें उत्साहित करते हैं कि हमें अपने राष्ट्रीय भावनाओं को साझा करने और एक मजबूत, सशक्त, और एकत्रित भारत की दिशा में प्रयत्नशील होने का संकल्प लेने का समय है।
“सरफ़रोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है” – राम प्रसाद बिस्मिल
इस स्लोगन में राम प्रसाद बिस्मिल ने उन युवा स्वतंत्रता सेनानियों की आत्मा की तमन्ना को व्यक्त किया जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ उठ खड़े हुए थे।
“तुम मुझे ख़ून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूँगा” – सुभाष चंद्र बोस
यह सुभाष चंद्र बोस का उक्त स्लोगन है, जिसमें उन्होंने भारतीयों को आज़ादी के लिए संकल्पित करने की प्रेरणा दी थी।
“दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आज़ाद ही रहेंगे, आज़ाद ही रहेंगे” – चंद्रशेखर आज़ाद
यह स्लोगन चंद्रशेखर आज़ाद के साहस और निरंतर स्वतंत्रता संग्राम की भावना को दर्शाता है।
“सत्यमेव जयते” – पंडित मदन मोहन मालवीय
यह महान भारतीय शिक्षाविद और स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा प्रेरणा देने वाला स्लोगन है, जिसका अर्थ है “सत्य ही विजयी होता है”।
“जय जवान, जय किसान” – लाल बहादुर शास्त्री
इस स्लोगन में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने भारतीय सेना और किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्थापित किया।
“करो या मरो” – महात्मा गांधी
यह महात्मा गांधी का कहा हुआ उक्त स्लोगन है, जिसमें उन्होंने भारतीयों को सत्याग्रह और स्वतंत्रता संग्राम में प्रेरित किया।
“इंक़लाब जिंदाबाद!” – भगत सिंह
यह स्लोगन भगत सिंह के आदर्श और उनके संघर्ष को दर्शाता है, जिन्होंने अपने वीरता से ब्रिटिश शासन के खिलाफ उठकर खड़ा होने का संकल्प लिया था।
“स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं उसे प्राप्त करूँगा” – बाल गंगाधर तिलक
इस स्लोगन में बाल गंगाधर तिलक ने भारतीयों के स्वराज के प्रति अपना आत्म-निष्ठा और संकल्प दिखाया।
“लॉन्ग यियर्स एगो वी मेड अ ट्रिस्ट विद डेस्टिनी, एंड नौ द टाइम कम्स वेन वी शॉल रिडीम आवर प्लेज, नॉट होली ऑर इन फुल मेज़र, बट वेरी सब्स्टैंशियली। एट द स्ट्रोक ऑफ़ द मिडनाइट आवर, वेन द वर्ल्ड स्लीप्स, इंडिया विल अवेक टू लाइफ एंड फ़्रीडम।” – जवाहरलाल नेहरू
(भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर भाषण) इस उक्त स्लोगन में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत की स्वतंत्रता की प्राप्ति के समय की भविष्यवाणी की थी।
“आज़ादी मेरा ब्रांड” – कन्हैया कुमार
(छात्र एक्टिविज्म से संबंधित समकालीन राजनीतिक स्लोगन) इस स्लोगन में कन्हैया कुमार ने छात्र सक्रियता के संदर्भ में आज़ादी की भावना को व्यक्त किया।
कृपया ध्यान दें कि ये स्लोगन ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखते हैं और इन्हें उन नेताओं से जोड़ा जाता है जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इन्हें प्रयुक्त किया था।