सिटी पैलेस के ऐतिहासिक जनाना महल के लक्ष्मी चौक में रविवार शाम को महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन का 39वां वार्षिक विद्यार्थी सम्मान समारोह हुआ। फाउंडेशन के ट्रस्टी पूर्व राज परिवार के सदस्य डॉ लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने होनहार प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए।
इसमें कई ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाएं भी थीं, जिन्होंने संसाधनों के अभाव में बेहतर प्रदर्शन किया। इस बार समारोह में सबसे खास बात ये है कि पहली बार गौ संवर्धन और पर्यावरण संरक्षण के संदेश को लेकर प्रतिभागियों को प्रदान किए गए प्रशस्ति पत्र गौ माता के गोबर से निर्मित करवाए गए।
117 को महाराणा राजसिंह और 57 को भामाशाह सम्मान
डॉ लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने समारोह में 57 जनों को भामाशाह सम्मान, 8 को महाराणा राजसिंह सम्मान और 117 स्टूडेंट्स को महाराणा फतहसिंह सम्मान से नवाजा। समारोह में डॉ. मेवाड़ ने कहा कि इस वर्ष सम्मान समारोह में सभी ईका फ्रेंडली उत्पाद ही उपयोग लिए गए हैं। इस वर्ष गाय के गोबर से तैयार पेपर का प्रयोग करते हुए स्टूडेंट्स के प्रमाण पत्र तैयार करवाए गए। जो पूरी तरह से ईको फ्रेंडली उत्पाद है।
इस तरह हर साल पेपर और इससे बनने वाले प्रोडक्ट्स के लिए लाखों पेड़ों को कटने से बचा सकते हैं। पर्यावरण संबंधी कई समस्याओं से हमें स्वतः ही मुक्ति मिल सकती है। डॉ मेवाड़ ने ईको फ्रेंडली उत्पाद को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए गौशालाओं को भी आत्मनिर्भर बनाए जाने की बात कही।
Source- Danik Bhaskar